भारत में सांपों को लेकर कई मान्यताएं हैं। हिंदू धर्म में सांप पूजनीय हैं।
सावन के महीने में शिव साधना के अलावा उनके गण नागों की पूजा का भी विधान है।
मान्यताओं के अनुसार नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से साधक पर महादेव की कृपा बरसती है।
सांपों की जब भी बात होती तो इच्छाधारी नाग और नागिन का भी नाम लिया जाता है। इनपर कई फिल्में भी बन चुकी हैं। लेकिन क्या ये सच में होते हं?
धार्मिक ग्रंथों और कथाओं इच्छाधारी नाग का उल्लेख किया गया है। इच्छाधारी नाग ऐसे होते हैं जो अपनी इच्छा से मनुष्य रूप धारण कर सकते हैं।
स्कंद पुराण, महाभारत और श्रीमद्भागवत में शेषनाग, तक्षक, वासुकी जैसे दिव्य नागों का वर्णन किया गया है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इच्छाधारी नाग योगबल और तपस्या से इतने शक्तिशाली बन जाते हैं कि वे अपना रूप भी बदल सकते हैं।
हालांकि, वैज्ञानिक नजरिए से देखें तो ऐसे किसी भी जीव या प्राणी की पुष्टि नहीं की गई है जो रूप बदलने की क्षमता रखता है। विज्ञान इच्छाधारी नागों को काल्पनिक मानता है।