दुनिया में कई झीलें हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन धरती पर कुछ ऐसी भी झीलें हैं जो अपनी जहरीली प्रकृति के लिए जानी जाती हैं। इन झीलों में मौजूद जहरीले पदार्थ जानलेवा हो सकते हैं, इसलिए इनके आसपास जाना खतरनाक हो सकता है। चलिए जानते हैं इन झीलों के बारे में।
अफ्रीकी देश कांगो की कीवू झील को 'विस्फोटक झील' के नाम से भी जाना जाता है। इसके पानी में कार्बन डाई-ऑक्साइड और मीथेन गैस मौजूद है।
अफ्रीका के कैमरून में न्योस झील से इतनी खतरनाक गैस निकलती है कि वहां से गुजरने वाले व्यक्ति की भी मौत हो सकती है। इस झील का पानी मटमैला भूरा होता है।
तंजानिया में स्थित नैट्रॉन झील दुनिया की सबसे खतरनाक झीलों में से एक है। ये झील देखने में बहुत ही खूबसूरत है। इसका पानी ब्राइट ऑरेंज रंग का दिखता है।
अमेरिकी महाद्वीप के कैरेबियन क्षेत्र में स्थित डोमिनिका में बॉयलिंग लेक के पानी का तापमान 92 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। झील के पास में ज्वालामुखी का क्रेटर होने के कारण यह झील हमेशा गर्म रहती है। इस झील के पास जाना मौत को दावत देने के बराबर है।
मोनो झील कैलिफोर्निया की सबसे प्राचीन झील मानी जाती है। इस झील में अधिक मात्रा में कार्बोनेट, क्लोराइड और सल्फेट इकट्ठा हो गया, जिस कारण इस झील का पानी इंसानों के लिए जहरीला बन गया।
लैक डी गफ्सा, जिसे 'मिस्टीरियस लेक' भी कहा जाता है ट्यूनीशिया के गफ्सा में स्थित है। बताया जाता है कि ये झील यहां अचानक से बन गई थी। रेगिस्तान के बीचो बीच बनी ये झील जहरीले शैवालों से भरी हुई है। इस झील के पास ही फॉस्फेट की एक खान है जिसके चलते यहां हर रेडियोएक्टिव तत्व पाए जाने का खतरा है।
कोस्टा रिका में सक्रिय पोआस ज्वालामुखी के ऊपर लगुना कैलिएंटे नाम की झील है। इसके पानी का पीएच लेवल 0 के करीब है। इसकी सतह पर सल्फर तैरता रहता है, जिसकी वजह से इसका रंग हरा-नीला और चमकीला पीला है।
रूस के पहाड़ों के बीच स्थित कराचे झील के पानी में सामान्य से दो लाख गुना ज्यादा रेडियोएक्टिव तत्व पाया जाता है। दरअसल, इस झील से थोड़ी दूरी पर मायक प्रोडक्शन यूनिट है, जिसे रूस का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र कहा जाता है। यहां का रेडियोएक्टिव कचरा इसी झील में डाला जाता है जिसकी वजह से ये झील खतरनाक और जहरीली हो गई है।
अमेरिका की सबसे बड़ी झीलों में से एक 'लेक मिशिगन' जितना खूबसूरत है, उतना ही खतरनाक भी। बताया जाता है कि एक बार इस झील के पास जानलेवा गैस का बादल छा गया था, जिसकी वजह से वहां मौजूद सारे जीव-जंतु मर गए थे।