अमेरिका हो या ब्रिटेन या फिर क्यों न अन्य देश हर जगह भारतीयों का डंका बजता है। दुनिया की बड़ी से बड़ी कंपनियों के सीईओ, नेता और यहां तक कि ब्रेटन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक तक भारतीय हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला और एडोब के सीईओ शांतनु नारायण के अलावा न जाने कितने और भारतीय मूल के बड़े चेहरे हैं जो विदेशी कंपनियों के शीर्ष पदों पर बैठे हुए हैं।
पूरी दुनिया में करीब 195 देश हैं जिनमें से ज्यादातर देशों में भारतीय भी बसे हुए हैं। विदेश में भारतीय नौकरी या फिर व्यवसाय के सिलसिले में जाते हैं।
लेकिन दुनिया में कई देश ऐसे भी हैं जहां पर एक भी भारतीय नहीं हैं। आइए जानते हैं वो कौन-कौन से देश हैं।
ये दुनिया का सबसे छोटा देश है जो दुनियाभर के रोमन कैथोलिक लोगों के लिए आध्यात्मिक केंद्र है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यहां पर एक भी भारतीय नहीं रहता है।
इटली से घिरा सैन मारिनो की कुल आबादी करीब 3,35,620 है। जिसमें एक भी भारतीय नहीं रहता है।
तुवालु पहले एलिस आइलैंड के नाम से जाना जाता था। ये ऑस्ट्रेलिया के नॉर्थ ईस्ट में प्रशांत महासागर में स्थित एक छोटा सा देश है। इस देश में भी एक भी भारतीय नहीं रहता है।
बुल्गारिया में ज्यादातर लोग ईसाई धर्म को मानते हैं। 2019 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या 6,951,482 है जिसमें एक भी भारतीय नहीं है।
आतंकवाद का गढ़ पाकिस्तान इस वक्त कंगाली के कगार पर है। लेकिन इसके बाद भी आतंकवाद को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। यही वजह है कि पड़ोसी देश होने के बाद भी भारत से पाकिस्तान के संबंध कभी अच्छे नहीं रहे और न ही यहां पर एक भी भारतीय रहता है।