हम अपने घरों से कॉकरोचों को भगाने के लिए तरह-तरह के पैंतरे आजमाते रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जगहों पर इन कॉकरोचों की खेती की जाती है जिसके लिए पैसे खर्च किए जाते हैं।
बता दें, हमारे पड़ोसी देश चीन में कॉकरोच की बड़े पैमाने पर की जाती है। चीन के लोगों के लिए यह एक मुनाफे का कारोबार है। कॉकरोच का उत्पादन यहां बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में किया जाता है।
चीन में इनकी सबसे ज्यादा खेती शिचांग में की जाती है। इनकी खेती के लिए लकड़ी के बोर्ड के घर बनाए गए होते हैं, जिनका तापमान कम रखने के लिए उसमें हमेशा नमी रखी जाती है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसे वातावरण में कॉकरोच का विकास तेजी से होता है। ऐसे फॉर्म स्थापित करने के लिए बहुत कम लागत आती है।
दरअसल, चीन में इन कॉकरोचों का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है। जैसे कि जनसंख्या की दृष्टि से चीन विश्व का सबसे बड़ा देश है। ऐसे में यहां कचरा भी बड़ी मात्रा में बनता होगा।
वहीं, कचरों के निपटारे के लिए चीन इन कॉकरोचों का इस्तेमाल करता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार कॉकरोच कचरों को चट करने का काम करते हैं। इससे पर्यावरण को खतरा भी नहीं होता और यह कचरे के निपटान का बहुत सस्ता तरीका भी है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कॉकरोच का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स और दवाओं में भी किया जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनसे बनी दवाओं का इस्तेमाल पेप्टिक अल्सर, त्वचा की जलन, घावों और पेट के कैंसर में किया जाता है।
यहीं नहीं, कई देशों में कॉकरोच प्रोटीन डाइट का विकल्प भी बन गए हैं। दरअसल, कॉकरोच को पशु आहार में इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि पशुओं के लिए यह एक प्रोटीन का अच्छा स्रोत है।