हर साल 25 दिसंबर को यूरोप के साथ दुनिया के कई देशों में बड़े धूमधाम से क्रिसमस डे मनाया जाता है।
भारत में भी ईसाई धर्म को मानने वालों की संख्या काफी ज्यादा है ऐसे में यहां भी क्रिसमस डे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
लेकिन एक इस्लामिक देश ऐसा है जहां क्रिसमस डे नहीं मनाया जाता है। यहां पर ये त्योहार बैन है।
दरअसल, ये कोई और नहीं बल्कि ब्रुनेई है जहां कुछ समय पहले पीएम मोदी गए थे।
ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्किया ने क्रिसमस मनाने पर अपने देश में बैन लगाया था।
ब्रुनेई एक इस्लामिक देश है ऐसे में यहां पर क्रिसमस डे पर बैन का मुख्य कारण इस्लामिक कानूनों का पालन है।
हसनल बोल्किया का मानना है कि क्रिसमस मनाने से मुस्लिमों की धार्मिक आस्था पर असर पड़ सकता है।
इसी वजह से ब्रुनेई में सार्वजनिक रूप से क्रिसमस मनाने पर सख्त पाबंदी है।
हालांकि, गैर मुस्लिम लोग अपने घरों में क्रिसमस मना सकते हैं। लेकिन सार्वजनिक स्थल पर क्रिसमस ट्री या फिर सांता क्लॉज की टोपी आदि नहीं मिलती है।
इसके साथ ही ये नियम तोड़ने पर पांच साल की जेल भी हो सकती है।