चीन अपने नागरिकों की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए बदनाम है। अब इसी कड़ी में चीन सरकार ने एक नया कदम उठाया है, जिसका असर टूरिस्ट पर भी पड़ेगा।
दरअसल, चीन ने हाल ही में युंगांग बौद्ध ग्रोटोज में पब्लिक टॉयलेट पर टाइमर लगवाए हैं। चीन के शांक्सी प्रांत में युंगांग बौद्ध ग्रोटोज एक प्राचीन बौद्ध मंदिर है, जहां 200 से भी ज्यादा गुफाएं और बुद्ध की हजारों मूर्तियां हैं।
इस जगह को यूनेस्को ने विश्व धरोहर का दर्जा दिया है। ऐसे में यह एक टूरिस्ट स्पॉट भी है। यहां हर साल लाखों टूरिस्ट आते हैं। यहां पर जो पब्लिक टॉयलेट्स बने हैं, उनके ऊपर टाइमर लगा दिया गया है।
टॉयलेट में टाइमर लगे होने की बात तब सामने आई जब यहां आए एक टूरिस्ट ने इसे फिल्माया और वीडियो को एक सरकारी स्थानीय समाचार पत्र को भेज दिया।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जब टॉयलेट खाली होता है तो एलईडी पर हरा रंग दिखता है। वहीं, जब टॉयलेट इस्तेमाल में होता है तो स्क्रीन पर मिनट और सेकंड में एक टाइमर चलता रहता है।
स्क्रीन पर यह भी दिखता है कि टॉयलेट कितने समय से उपयोग में है। हर एक टॉयलेट का अपना अलग डिजिटल टाइमर है। ये टाइमर अंदर से दरवाजा बंद करने के बाद समय काउंट करता है।
वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स इसे लेकर सवाल उठा रहे हैं और आलोचना कर रहे हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा, 'पर्यटक स्थल कोई कार्यालय नहीं है, जिसकी निगरानी की जाए, यह वास्तव में गैर जरूरी कदम है। टाइमर लगाने में जो खर्च हुआ है, उससे अच्छा होता कि अधिक शौचालय बनाए जाएं।'
जब टॉयलेट में टाइमर लगाने की वजहों के बारे में पता किया गया तो एक स्थानीय कर्मचारियों ने बताया कि इस साल 1 मई से टॉयलेट टाइमर का उपयोग किया जा रहा है। टाइमर इस वजह से लगाए गए हैं, जिससे वहां आने वाले पर्यटकों को सुविधा हो।
कर्मचारी के अनुसार, कई बार पर्यटक बाथरूम में जरूरत से ज्यादा समय बिता देते हैं। कहीं अगर उन्हें बाथरूम के अंदर कुछ हो गया या इमरजेंसी की स्थिति खड़ी हो गई, तो उन्हें ऐसे मौके पर बचाया जा सकता है। यानी ये टाइमर उन्हीं की सुरक्षा के लिए लगाया गया है।