आम तौर पर हम मानते हैं कि किसी भी जीव के जीवित रहने के लिए दिमाग जरूरी है। दिमाग ही शरीर के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है, लेकिन प्रकृति में कुछ ऐसे अद्भुत जीव भी हैं जो बिना दिमाग के भी आसानी से अपना जीवन जीते हैं।
इन जीवों में या तो बहुत साधारण-सा नर्वस सिस्टम होता है, या फिर शरीर में फैले हुए तंत्रिका जाल (Nerve Net) के जरिए ये अपने आसपास के माहौल को समझकर प्रतिक्रिया करते हैं। इनमें से अधिकतर समुद्री जीव हैं, लेकिन कुछ धरती पर भी पाए जाते हैं।
कोरल दिखने में भले ही पौधों या मस्तिष्क जैसे लगते हों, लेकिन इनके पास दिमाग नहीं होता। इनके शरीर में एक साधारण नर्वस सिस्टम होता है जिसे नर्व नेट कहते हैं, जो मुंह से लेकर टेंटेकल्स तक फैला होता है।
जेलिफिश के पास दिमाग नहीं होता, न ही दिल या फेफड़े होते हैं। इनके शरीर में मौजूद न्यूरॉन्स अलग-अलग हिस्सों में सिग्नल भेजते हैं। ये ऑक्सीजन को सीधे अपनी त्वचा के जरिए अवशोषित करती हैं।
पौधों जैसी दिखने वाली ये जीव अपने लंबे टेंटेकल्स से शिकार पकड़ते और खाते हैं। इनके पास दिमाग नहीं होता, लेकिन ये अपने शरीर का आकार बदलने में सक्षम होते हैं।
सी क्यूकम्बर के पास न दिमाग होता है, न दिल और न ही फेफड़े। ये खतरनाक विष होलोथुरिन छोड़ सकते हैं, जो इंसानों को स्थायी रूप से अंधा कर सकता है।
स्टारफिश के पास न दिमाग होता है, न खून। ये तैर नहीं सकतीं, लेकिन रेंगकर एक जगह से दूसरी जगह जा सकती हैं। इनके शरीर में तंत्रिका कोशिकाओं का जाल फैला होता है, जो इन्हें अपने आसपास के माहौल को समझने में मदद करता है।
नाम और रूप से भले ही ये फूल जैसी लगें, लेकिन ये असल में समुद्री जीव हैं और इनके पास दिमाग नहीं होता।
सी स्पॉन्ज बेहद साधारण जीव हैं, जिनके पास न दिमाग होता है, न कोई आंतरिक अंग। ये अपने छिद्रयुक्त शरीर से पानी छानकर भोजन प्राप्त करते हैं।
लार्वा अवस्था में इनके पास छोटा-सा दिमाग होता है, लेकिन जैसे ही ये स्थायी रूप से एक जगह जम जाते हैं, अपना दिमाग ही खा जाते हैं और जीवन का बाकी समय बिना दिमाग के बिताते हैं।
सी अर्चिन के पास न आंखें होती हैं, न दिमाग, फिर भी ये रोशनी को पहचानकर प्रतिक्रिया दे सकते हैं। इनके शरीर में मौजूद ट्यूब फीट इन्हें चलने-फिरने में मदद करते हैं।
इनके पास दिमाग नहीं होता, लेकिन एक साधारण नर्वस सिस्टम होता है, जो इन्हें महसूस करने में सक्षम बनाता है। ऑयस्टर के पास दिल और आंतरिक अंग भी होते हैं।
अर्थवर्म यानी केंचुए धरती पर पाए जाने वाले ऐसे जीव हैं जिनके पास दिमाग नहीं होता, लेकिन ये अपने नर्व कॉर्ड की मदद से गतिविधियां करते हैं।
इन सूक्ष्म और सरल संरचना वाले जीवों के पास दिमाग नहीं होता, लेकिन कुछ में नर्व कॉर्ड या गैंग्लिया जैसे छोटे-छोटे तंत्रिका केंद्र होते हैं।
हाइड्रा के पास नर्व नेट होता है, जो इनके शरीर की हरकतों और प्रतिक्रिया को नियंत्रित करता है।
इनके पास दिमाग नहीं होता, लेकिन ये रोशनी को पहचानने और हलचल करने के लिए खास कोशिकाओं का इस्तेमाल करते हैं।