जानिए कितने में बनकर तैयार हुआ अबू धाबी का यह विशाल मंदिर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन कर दिया है। ये अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है जिसे' रेत के बीच खिला कमल' कहा जा रहा है।

इतने एकड़ में फैला है

अबू धाबी का ये विशाल स्वामीनारायण मंदिर 27 एकड़ में फैला हुआ है। जिसमें 13.5 एकड़ पर मंदिर है और 13.5 एकड़ में पार्किंग एरिया है।

स्वामीनारायण मंदिर

ये मंदिर बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) की ओर से बनाई गई है। बीएपीएस एक ऐसी संस्था है जिसने दुनियाभर में 1100 से ज्यादा हिंदू मंदिरों का निर्माण किया है।

लागत

इस मंदिर को बनाने में 700 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। मंदिर के निर्माण में केवल चूना पत्थर और संगमरमर का इस्तेमाल हुआ है।

मंदिर की आयु

मंदिर के निर्माण में स्टील या लोहे का इस्तेमाल नहीं हुआ है जिससे यह हजारों सालों तक मजबूती से खड़ा रहेगा। इसकी नींव को फ्लाई ऐश से भरा गया है।

भारत-UAE की संस्कृतियों का संगम

भगवान स्वामीनारायण के मंदिर की दीवारों पर हिंदू धर्म और दुनिया की बाकी संस्कृतियों, सभ्यताओं की 250 से ज्यादा कहानियों को उकेरा गया है। साथ ही भारत और UAE की संस्कृतियों का संगम दिखाने के लिए मंदिर में 7 मीनारें बनाई गई हैं।

राम लला भी हैं

मंदिर के बाहरी स्तंभों पर रामायण की अलग-अलग कहानियों की नक्काशी की गई हैं। स्तंभों पर हनुमान जी, भगवान राम, माता सीता और गणेश जी की प्रतिमा उकेरी गई है।

मंदिर का निर्माण जयपुर के पिंक सैंड स्टोन से हुआ है। ये वही पत्थर है, जिससे अयोध्या में मंदिर बनाया गया है। वहीं, मंदिर के बाहरी स्तंभों पर सीता स्वयंवर, राम वनगमन, कृष्ण लीलाएं आदि शामिल हैं।