सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद लहसुन को लेकर कहा जाता है कि सबसे पहले इसकी खेती पांच हजार वर्ष पहले भूमध्य सागर के तट पर सुमेरियों ने की थी।
भारत में 4500 सालों से लहसुन का उपयोग हो रहा है। भारत में लहसुन के बीज सिंधु घाटी के फरमाणा में हडप्पा काल (2600-2200) ईसा पूर्व के बीच पाए गए थे।
वहीं, दुनिया में एक ऐसा भी देश है जहां पर लहसुन खास महत्व रखता था। यहां पर लोगों को वेतन के रूप में लहसुन दिया जाता था।
दरअसल, मिस्र को लेकर कहा जाता है कि वहां पर लहसुन का खास महत्व था।
जब वहां पर पिरामिड बन रही थी तब उसमें हजारों मजदूर काम करते थे जिन्हें वेतन के रूप में लहसुन दिया जाता था और इसे पाकर वो खुश हो जाते थे।
इसके बाद वो इस लहसुन के जरिए बाजार से मनमाफिक चीजें खरीदते थें।
मिस्र में तुतनखामुन की कब्र में 1325 ईसा पूर्व में लहसुन पाया गया था। जिसे अच्छी तरह से संरक्षित करके रखा गया था।
कहा जाता है कि ममी में प्रियजनों के पार्थिव शरीर के साथ लेप करके उसमें लहसुन को संरक्षित करते थे। ये भी मान्यता है कि उस वक्त समाज में जो जितना बड़ा होता था उसकी ममी में उतनी उच्च कोटि का लहसुन का गुच्छा रखते थे।