भारत एक ऐसा देश है जो कभी भी अपने आकर्षण से किसी को बोर नहीं होने देते। देसी हो या विदेशी पर्यटक सभी भारत की खूबसूरत जगहों के दीवाने हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के बाहर भी एक छोटा सा भारत यानी 'मिनी इंडिया' बसता है। लेकिन वह भारत का हिस्सा नहीं है। चलिए आपको बताते हैं इस मिनी इंडिया के बारे में।
दरअसल, अफ्रीका कॉन्टीनेंट के आइलैंड 'मॉरिशस' को मिनी इंडिया कहा जाता है।
इस आइलैंड की खूबसूरती के बारे में राइटर मार्क ट्वेन ने अपनी किताब 'फॉलोइंग द इक्वेटर' में लिखा है कि पहले मॉरीशस बनाया गया होगा और फिर स्वर्ग बनाया गया होगा।
वहीं इस आइलैंड को आखिर मिनी इंडिया क्यों नाम दिया गया है, इस सवाल का जवाब ये है कि यहां 75% लोग भारतीय मूल के हैं।
मॉरीशस में जाने के बाद आपको ऐसा लगेगा की आप भारत में ही रह रहे हैं। दरअसल, आपको यहां के खेत, भोजपुरी बोलते लोग, पहनावा और भारत से मिलता जुलता बहुत कुछ देखने को मिल जाएगा।
दरअसल भारत की आजादी से पहले बड़ी संख्या में यूपी और बिहार के लोगों को मजदूरी के लिए इस आइलैंड पर लाया गया था। यही वजह है कि यहां बड़ी संख्या में लोग भोजपुरी बोलने वाले हैं।
मॉरीशस ने 1968 में स्वतंत्रता प्राप्त की थी और देश 1992 में यह एक गणतंत्र देश बना। मॉरीशस एक स्थिर लोकतंत्र है जहां नियमित रूप से स्वतंत्र चुनाव होते हैं।
ग्लोबल पीस इंडेक्स के मुताबिक मॉरीशस दुनिया का सबसे शांत देश है। इनके पास कोई स्थाई सेना नहीं है। यह देश अफ्रीका में सबसे अधिक प्रतिव्यक्ति आय वाले देशों में से एक है।