एक अकेला देश जिसके झंडे पर बना है हिंदू मंदिर, हिंदुओं की संख्या है सिर्फ इतनी

दुनिया का एकमात्र देश जिसके झंडे पर हिंदू मंदिर की तस्वीर है वह कंबोडिया है। पिछले कुछ सालों में यह ध्वज कई बार बदला है, लेकिन हर बार इसके ध्वज में मंदिर की तस्वीर जरूर रहती है।

कंबोडिया के इस राष्ट्रीय ध्वज को 1989 में अपनाया गया था और 1993 में सरकार से पूर्ण मंजूरी मिली थी। वहीं, इस झंडे पर जिस मंदिर का चित्र बना है वह अंगकोर वाट मंदिर है।

इस मंदिर में पांच मीनारें हैं, लेकिन कंबोडिया के झंडे पर केवल तीन को दर्शाया गया है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, अंगकोर वाट मंदिर को दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक संरचना माना जाता है।

बता दें, अंगकोर वाट मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। इसे 12वीं शताब्दी में राजा सूर्यवर्मन द्वितीय द्वारा बनवाया गया था।

प्राचीन समय में इस मंदिर का नाम 'यशोधरपुर' था। इस मंदिर की दीवारों पर भारतीय हिन्दू धर्म ग्रन्थों के प्रसंगों का चित्रण है, जिनमें से एक असुरों और देवताओं के बीच समुद्र मन्थन का दृश्य भी दिखाया गया है।

हालांकि, इसे धीरे-धीरे सदी के अंत में एक बौद्ध मंदिर में बदल दिया गया था। इस वजह से इसे हिंदू-बौद्ध मंदिर के रूप में भी वर्णित किया जाता है।

दुनिया के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थानों में से एक होने के साथ ही यह मंदिर यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक है।

बता दें, कंबोडिया में बड़ी संख्या में हिंदू और बौद्ध मंदिर हैं, जो इस बात की गवाही देते हैं कि कभी यहां भी हिंदू धर्म अपने चरम पर था।

यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि कंबोडिया में हिंदुओं की संख्या बहुत कम है। कंबोडिया में हिंदू धर्म एक अल्पसंख्यक धर्म है जिसका पालन लगभग 1,000 से 15,000 व्यक्ति करते हैं।

कंबोडिया में अधिकांश कंबोडियाई हिंदू भारतीय हैं। वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार, कंबोडिया में लगभग 1500 भारतीय नागरिक रहते हैं जो विभिन्न सेक्टरों में काम कर रहे हैं।