आखिरकार राम भक्तों का 500 सालों का इंतजार आज खत्म हो गया है। राम लला अब पूरी तरह से अस्थायी टेंट से निकलकर स्थायी मंदिर में विराजमान हो गए हैं।
जिस तरह भारत में अयोध्या है उसी तरह एक अयोध्या थाईलैंड में भी और इसका श्रीराम से भी खास संबंध है।
थाईलैंड में इसे अयुथ्या के नाम से जाना जाता है जो बैंकॉक से 70 किलोमीटर की दूरी पर है।
थाईलैंड में भगवान राम को लेकर लोगों में बड़ी श्रद्धा है।
रामायण का थाई संस्करण 'रामकियेन' और बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने दक्षिण पूर्व एशिया में रामायण का प्रसार किया था। ये अयुथ्या साम्राज्य के दौरान हुआ था।
यहां तक कि थाईलैंड के राजाओं के नाम में भी भगवान राम के नाम की उपाधि जुड़ी होती है। वहीं, यहां के राजवंश के हर राजा को भगवान राम का अवतार माना जाता है।
राजाओं के नाम के आगे राम जोड़ने की परंपरा वर्ष 1782 से चली आ रही है।
राम मंदिर के अभिषेक के लिए अयुथ्या से मिट्टी लाई गई है इसके साथ ही यहां के तीन नदियों का जल भी लाया गया।