8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह इस साल की सबसे बड़ी खगोलीय घटना है। इस दौरान नासा के वैज्ञानिक आसमान में एक बड़ा प्रयोग करने जा रहे हैं।
सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य के सामने से गुजरेगा, जिसके कारण लगभग 4 मिनट तक सूर्य पूरी तरह से ढका रहेगा और आसमान में पूरी तरह से अंधेरा छा जाएगा।
यह पूर्ण सूर्य ग्रहण कनाडा, उत्तरी अमेरिका, मेक्सिको और उसके आसपास के देशों में देखा जा सकेगा। सूर्य ग्रहण की अवधि 05 घंटे 10 मिनट रहेगी।
भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल की रात 9 बजकर 12 मिनट में शुरू होगा और रात 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।
यह सूर्य ग्रहण अब तक के सभी ग्रहणों की तुलना में सबसे लंबी अवधि का है। ऐसे में आज नासा की टीम सूर्य ग्रहण को देखते हुए तीन साउंडिंग रॉकेट छोड़ने जा रही है।
जो धरती से 420 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाएंगे और फिर धरती पर क्रैश हो जाएंगे। एक रॉकेट ग्रहण से पहले लॉन्च किया जाएगा, जबकि दूसरा सूर्य ग्रहण के दौरान छोड़ा जाएगा।
वहीं, तीसरा रॉकेट ग्रहण खत्म होने के 45 मिनट बाद लॉन्च किया जाएगा। नासा इस प्रयोग के जरिए तीनों समय मौसम में होने वाले बदलाव को रिकॉर्ड करना चाहता है।
जो धरती से 420 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाएंगे और फिर धरती पर क्रैश हो जाएंगे। एक रॉकेट ग्रहण से पहले लॉन्च किया जाएगा, जबकि दूसरा सूर्य ग्रहण के दौरान छोड़ा जाएगा।