UAE में भारी बारिश से मची तबाही, जानें क्या 'बवाल' है क्लाउड सीडिंग

15 अप्रैल की रात संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब, बहरीन और ओमान में जो बारिश हुई वह मंगलवार तक इतनी बढ़ गई कि इन देशों के दर्जनों शहरों में बाढ़ आ गई। UAE में पिछले 75 साल की रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है।

रेगिस्तान के बीच बसे शहर दुबई में इस समय पानी ही पानी नजर आ रहा है। दुबई मौसम विभाग के मुताबिक, 2 साल की बारिश महज 24 घंटे में होने की वजह से शहर में भीषण बाढ आ गई है।

भारी बारिश के बाद भरे पानी ने वहां का जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। खाड़ी देशों में आई इस भारी बारिश की वजह कुछ एक्सपर्ट्स क्लाउड सीडिंग को बता रहे हैं।

कुछ न्यूज एजेंसियों का दावा है कि दुबई प्रशासन ने क्लाउड सीडिंग के जरिए बारिश कराने के लिए सोमवार को एक विमान उड़ाया था। इसके कुछ ही देर बाद खाड़ी देशों को भारी बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है।

आखिर ये क्लाउड सीडिंग क्या है जिसे खाड़ी देशों में बाढ़ के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है? चलिए जानते हैं इसके बारे में।

क्लाउड सीडिंग जिसे आर्टिफिशियल रेन भी कहा जाता है, आमतौर पर तब की जाती है जब हवा, नमी और धूल मिलकर बारिश नहीं करा पाती है।

जब किसी स्थान पर प्राकृतिक रूप से बारिश नहीं हो रही हो तो आर्टिफिशियल तरीके से बादलों को बारिश में बदलने की तकनीक को क्लाउड सीडिंग कहा जाता है।

क्लाउड सीडिंग के लिए सिल्वर आयोडाइड, पोटैशियम आयोडाइड और सॉलिड कॉबर्न डाइऑक्साइड यानी ड्राई आइस जैसे केमिकल्स को हेलिकॉप्टर या प्लेन के जरिए आसमान में बादलों के करीब बिखेर दिया जाता है।

इस प्रक्रिया में ये केमिकल्स हवा में भाप को आकर्षित करते हैं, जिससे तूफानी बादल बनते हैं और आखिर में बारिश होने लगती है। इस प्रोसेस को पूरा होने में करीब आधे घंटे का समय लगता है।