तन्मय ने तिहरा शतक पूरा करने के लिए 147 गेंदें खेलीं। तन्मय ने 2017 में ईस्टर्न प्रॉविंस के खिलाफ बॉर्डर के लिए 191 गेंदों पर मार्को मराइस के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
रणजी ट्रॉफी में हैदराबाद के बल्लेबाज तन्मय अग्रवाल ने 26 जनवरी 2024 को गृह मैदान पर इतिहास रचा। वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने।
तन्मय का यह माइलस्टोन छूने में 183 मिनट लगे। यह समय के हिसाब से दूसरी सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी है। एमसीसी के डेनिस कॉम्पटन ने 1948 में नॉर्थ ईस्टर्न ट्रांसवाल के खिलाफ 181 में मिनट में तिहरा शतक लगाया था।
तन्मय ने दोहरे शतक के लिए 119 गेंदें खेलीं। यह किसी भारतीय द्वारा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में गेंदों के हिसाब से सबसे तेज है। उन्होंने रवि शास्त्री के 1985 में बड़ौदा के खिलाफ 123 गेंद पर दोहरे शतक के रिकॉर्ड को बेहतर बनाया।
तन्मय अग्रवाल का दोहरा शतक भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज है। काबुल रीजन के शफीकुल्लाह ने 2018 में बूस्ट रीजन के खिलाफ के 89 गेंद में अपना दोहरा शतक पूरा किया था।
पहले दिन तन्मय का स्कोर नाबाद 323 रन था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक दिन में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए यह 7वां सबसे बड़ा स्कोर है। ब्रायन लारा ने 1994 के काउंटी चैंपियनशिप मैच के अंतिम दिन डरहम के खिलाफ 390 रन बनाए थे।
तन्मय प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक दिन के खेल में 300 से अधिक रन बनाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज भी हैं। उनसे पहले वीरेंद्र सहवाग ने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ ब्रेबोर्न टेस्ट के दूसरे दिन 284 बनाए थे।
तन्मय ने तिहरे शतक के दौरान 21 छक्के लगाए। यह प्रथम श्रेणी पारी में किसी भी बल्लेबाज द्वारा लगाए गए तीसरे सबसे अधिक छक्के हैं।
26 जनवरी 2024 को हैदराबाद और अरुणाचल प्रदेश ने पहले दिन 701 रन बनाए। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 1 दिन के खेल में दूसरे सबसे अधिक रन हैं।
तन्मय और राहुल सिंह के बीच 40.2 ओवर में 11.13 के रनरेट से 449 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप हुई। यह 2006 के बाद से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में किसी भी दोहरे शतक के लिए सबसे अधिक रन रेट है।