मोदी सरकार के पहले खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल थे। उस समय लखीमपुर से सांसद सोनोवाल ने दो साल तक यह जिम्मेदारी संभाली।
सोनोवाल के बाद उधमपुर के सांसद जितेंद्र सिंह को खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई लेकिन वह केवल 43 दिन तक ही इस पद पर रहे।
जितेंद्र सिंह के बाद राजस्थान से राज्यसभा सांसद विजय गोयल तीसरे खेल मंत्री बने।
गोयल पांच जुलाई 2016 से तीन सितंबर 2017 तक देश के खेल मंत्री रहे। इसी दौरान रियो ओलंपिक्स का आयोजन हुआ था।
भारत के ओलंपिक मेडलिस्ट राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को साल 2017 में खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली।
राज्यवर्धन तीन सितंबर 2017 से लेकर 30 मई 2019 तक इस पद तक पर रहे। एक साल 269 दिन बाद यह पद किरण रिजिजू को दे दिया गया।
रिजिजू अरुणाचल प्रदेश वेस्ट से सांसद हैं। उन्होंने 31 मई 2019 को यह जिम्मेदारी ली और टोक्यो ओलंपिक से पहले सात जुलाई 2021 को उनका कार्यकाल खत्म हुआ।
देश के मौजूद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सबसे लंबे समय तक मोदी सरकार में खेल मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
हमीरपुर के सांसद ने सात जुलाई 2021 को यह पद संभाला और अब तक देश के खेल मंत्री बने हुए हैं।