एमएस धोनी ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए 2011 विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 79 गेंद में नाबाद 91 रन बनाए थे।
महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंका के नुवान कुलाशेखरा की गेंद पर छक्का जड़कर भारत को दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप विजेता बनाया था।
धोनी ने 2011 विश्व कप फाइनल में जिस बैट का इस्तेमाल किया था वह हर भारतीय प्रशंसक के लिए किसी खजाने से कम नहीं।
खबरें आईं थीं कि एमएस धोनी ने जिस बैट से नाबाद 91 रन की पारी खेली थी वह बाद में नीलामी में विश्व-रिकॉर्ड कीमत बिका था।
लंदन में ‘ईस्ट मीट्स वेस्ट’ चैरिटी डिनर में हुई नीलामी में एमएस धोनी का बैट 100,000 पाउंड (करीब 1 करोड़ 5 लाख रुपये) में बिका।
धोनी के बैट को नीलामी में आरके ग्लोबल शेयर्स एंड सिक्योरिटीज लिमिटेड के CEO अमित भागचंदका ने 18-07-2011 को खरीदा था।
एमएस धोनी के उस बैट को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सबसे महंगे बैट के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
बैट पर धोनी के हस्ताक्षर हैं। अमित भागचंदका ने तब कहा था कि भले ही बैट आरके कब्जे में हो, लेकिन यह हमेशा धोनी की संपत्ति रहेगी।
अमित भागचंदका ने कहा था कि धोनी ने हमें इतिहास रचते हुए देखने का मौका दिया। हम खुद को उनकी विरासत का संरक्षक मानते हैं।
धोनी को दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है। वह एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी के प्रमुख तीनों खिताब जीते हैं।