Dec 20, 2023 Alok Srivastava
Source: @LARamsCheer/@BucsCheer/@DCCheerleaders
आईपीएल ऑक्शन के साथ ही भारत में इस टी20 टूर्नामेंट का खुमार चढ़ने लगा है। दूसरी ओर दुनिया के एक बहुत बड़े हिस्से में नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) का खुमार छाया है।
एनएफएल में जब 32 टीमें भिड़ती हैं तो उसका जादू प्रशंसकों के सिर चढ़कर बोलता है। लोगों को टूर्नामेंट का अहम हिस्सा इसकी चीयरलीडर्स का भी अंदाज बहुत भाता है।
चीयरलीडर्स की दुनिया लोगों को जितनी रंगीन और खूबसूरत दिखती है, अंदर से वैसी नहीं होती है। अपनी टीम को चीयर करने वाली चीयरलीडर्स की आप बीती सुनकर आप दंग रह जाएंगे।
चीयरलीडर्स को ड्यूटी पर नहीं होने के दौरान भी स्वेटपैंट समेत कुछ खास कपड़े पहनने की मंजूरी नहीं होती है।
चीयरलीडर्स को टैटू बनवाने और गहने पहनने की मंजूरी नहीं है। यदि किसी चीयरलीडर्स ने टैटू बनवा रखा है तो उनसे छिपाने के लिए कहा जाएगा।
गहनों की बात है तो उसे भी हटाने के लिए कहा जाएगा। दरअसल कुछ टीमें हर खेल से पहले चीयरलीडर्स के शरीर के हर अंग की जांच भी करती हैं, ताकि सुनिश्चित हो कि नियमों का सही ढंग से पालन हो रहा है।
चीयरलीडर्स को अपना वजन कंट्रोल में रखना होता है। यदि फ्रेंचाइजी को लगता है कि ‘अधिक वजन’ है तो चीयरलीडर को निलंबित किया जा सकता है। नौकरी से भी निकाला जा सकता है।
सभी चीयरलीडर्स को अपनी भाषा का विशेष ध्यान रखना होगा। उन्हें किसी भी चीज के बारे में शिकायत नहीं करनी चाहिए और अपनी किसी भी राय को सार्वजनिक नहीं करना चाहिए। अपशब्दों का प्रयोग सख्त वर्जित है।
चीयरलीडर्स को खिलाड़ियों के साथ किसी भी निजी या सामाजिक संबंधों की मंजूरी नहीं है। बात करने, सोशल मीडिया पर चैट करने या शारीरिक संपर्क रखने पर चीयरलीडर को जुर्माना भरना पड़ सकता है या नौकरी जा सकती है।
चीयरलीडर्स को अपनी ड्रेस का खुद भुगतान करना पड़ता है। कई टीमें चीयरलीडर्स को स्टेडियम छोड़ने के बाद यूनिफॉर्म में गाड़ी चलाने की मंजूरी नहीं देती हैं। वे यूनिफॉर्म में खा, पी या धूम्रपान नहीं कर सकतीं।
चीयरलीडर्स सोशल मीडिया पर अनुचित तस्वीरें पोस्ट नहीं कर सकतीं। यानी अधोवस्त्र, बिकिनी फोटोशूट या प्रतियोगिताओं और टीम की यूनिफॉर्म में तस्वीरें कुछ भी नहीं। सभी चीयरलीडर्स के सोशल मीडिया अकाउंट की रोजना जांच होती है।
चीयरलीडर्स को अपने लुक को बिना किसी बड़े बदलाव के बनाए रखना चाहिए। इसका मतलब है एक ही हेयरकट, हेयर स्टाइल रखना और बालों के रंग में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए।
चीयरलीडर्स को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। सफेद दांत, सही नाखून और बाल, मेकअप की सटीक मात्रा और सही टैन कुछ ऐसे पहलू हैं जिन पर चीयरलीडर्स को दैनिक आधार पर ध्यान देना चाहिए।
परफॉर्मेंस के दौरान चीयरलीडर्स को अंडरवियर पहनने की मनाही होती है। कुछ टीमें चीयरलीडर्स को स्पोर्ट्स ब्रा पहनने की छूट देती हैं।
खेल के दौरान चीयरलीडर्स को अपने मेकअप में सुधार या कपड़ों को बदलने की मंजूरी नहीं होती है। यही कारण है कि उनका खेल से 5 घंटे पहले मैदान पर पहुंचना आवश्यक है।
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