शव यात्रा में इसलिए कहा जाता है 'राम नाम सत्य है'

हिंदू धर्म में अंतिम यात्रा के वक्त राम नाम सत्य जरूर कहा जाता है।

इसके बारे में महाभारत में युधिष्ठिर ने एक श्लोक कहा था।

प्राणी मरते हैं लेकिन शेष परिजन संपत्ति को ही चाहते हैं।

जितने भी घर बना लो, जाते समय कुछ नहीं लेकर जाते।

राम नाम सत्य कहने का मतलब है कि बस प्रभु ही सच है। घर संपत्ति यहीं रह जाएगी।

जितना पैसा जोड़ लो, जाते समय वो यहीं रह जाता है।

सोना, जेवर कुछ भी जोड़ लो, अंत में प्रभु राम का नाम ही साथ जाता है।