ज्योतिष शास्त्र में अनेक उपाय बताए गए हैं जो ग्रहों की शुभ स्थिति प्राप्त कर, जीवन में सुख-समृद्धि लाने में सहायक होते हैं। इन्हीं उपायों में से एक है अजवाइन का प्रयोग।
किचन में अजवाइन का इस्तेमाल खासतौर पर पकवानों को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा यह स्वास्थ्य के लिहाज से भी अच्छा माना जाता है।
वहीं, ज्योतिष शास्त्र में अजवाइन का संबंध शनि ग्रह से है। शनिदेव को न्याय, कर्म और अनुशासन का ग्रह माना जाता है। अजवाइन राहु ग्रह को भी शांत करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
अजवाइन में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण बॉडी के किसी भी हिस्से में दर्द और सूजन को कम करने में असरदार हैं। इसके अलावा अजवाइन में ओमेगा 3 फैटी एसिड भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को नियंत्रण में रखने में मददगार माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार अजवाइन की पोटली पूर्व या उत्तर दिशा में रखना शुभ माना जाता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि आ सकती हैं।
बता दें, पूर्व दिशा सूर्य के साथ-साथ ज्ञान, शिक्षा और बुद्धि प्राप्ति के लिए भी लाभकारी मानी जाती है। वहीं उत्तर दिशा को भगवान कुबेर की दिशा माना जाता है। इसलिए इन दोनों दिशाओं में अजवाइन की पोटली रखने से लाभ हो सकता है।
इन सब से अलग अजवाइन का सेवन भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए एक या दो चम्मच अजवाइन को रात भर पानी में भिगो दें। अगली सुबह छानकर इसका सेवन करें।
अजवाइन में थाइमोल मौजूद होता है, जो गैस्ट्रिक जूस के स्राव को उत्तेजित करता है और पाचन में मदद करते हैं। इसके अलावा अजवाइन के बीजों में कार्मिनेटिव गुण भी होते हैं, जिससे गैस और इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद मिलती है।