वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व है। इसी के कारण वास्तु में हर एक चीज के लिए दिशा निर्धारित की गई है।
वास्तु के अनुसार घर में मौजूद हर एक चीज से सकारात्मक या फिर नकारात्मक ऊर्जा निकलती है। इसका असर हर सदस्य पर पड़ता है।
घर के निर्माण करते समय वास्तु के नियमों का जरूर पालन करते हैं। लेकिन बात जब पूजा घर की आती हैं, तो कहीं भी बना देते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर को सही दिशा और जगह पर बनाना बेहद जरूरी है। इसका असर हर राशि के जातकों के जीवन पर पड़ता है।
आइए जानते हैं किन जगहों पर नहीं बनवाना चाहिए पूजा घर।
कभी भी पूजा घर सीढ़ियों के नीचे नहीं बनाना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है। इससे घर में अशांति बनी रहती है।
वास्तु के हिसाब से बाथरूम के बगल यानी उसकी दीवार पर भी कभी पूजा घर नहीं बनाना चाहिए। इससे धन हानि के साथ सदस्यों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
कभी भी पूजा घर बेडरूम में नहीं बनाना चाहिए। अगर बनाना जरूरी है, तो उत्तर-पूर्व दिशा में बनवा सकते हैं।
कभी भी पूजा घर मुख्य द्वार के सामने नहीं बनवाना चाहिए। इससे अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।