बता दें कि उत्तर दिशा के स्वामी कुबेर जी है। इसलिए घर-समृद्धि को आकर्षित करने वाली ये दिशा शुभ मानी जाती है।
उत्तरमुखी घर होना काफी शुभ माना जाता है, लेकिन इन वास्तु नियमों का जरूर ध्यान रखें।
उत्तरमुखी घर के हर एक कोने का ख्याल रखना बेहद जरूरा है। क्योंकि इससे आपकी समृद्धि पर असर पड़ता है।
उत्तरमुखी घर के मुख्य द्वार में विभिन्न रंगों के पौधे रखें। इसके साथ ही स्वास्तिक, ऊं का चिन्ह के साथ मां लक्ष्मी के चरण लगाएं।
उत्तरमुखी घर में लिविंग रूम के लिए उत्तर-पश्चिम या फिर उत्तर-पूर्व दिशा चुनना चाहिए।
उत्तरमुखी घर में पूजा कक्ष हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा अधिक उत्पन्न होती है।
मंदिर में आप मूर्ति पश्चिम दिशा में रख सकते हैं, जिससे उनका मुख पूर्व दिशा की ओर होगा।
उत्तरमुखी घर में किचन को दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए, क्योंकि ये अग्नि को नियंत्रित करता है।
उत्तरमुखी घर में बेडरूम दक्षिण-पश्चिम, उत्तर या फिर पूर्व दिशा में होना चाहिए।
उत्तरमुखी घर में बच्चों का बेडरूम पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इसके साथ ही गेस्ट रूम उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।