वास्तु शास्त्र ज्योतिष का ही एक अंग माना जाता है। साथ ही वास्तु का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। क्योंकि अगर हमारे घर और कार्यस्थल वास्तु दोष से मुक्त है तो हमारे जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है।
वहीं अगर घर और कार्यस्थल पर वास्तु दोष है तो हमको जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
वहीं वास्तु में घर के मंदिर के बारे में कई विशेष बातों को बताया गया है। यहां हम बात करने जा रहे हैं, मंदिर में कौन सी मूर्ति रखनी चाहिए और कौन सी नहीं।
घर के पूजा स्थल पर राहु और केतु की मूर्ति या तस्वीर को भी नहीं रखना चाहिए। क्योंकि राहु और केतु को पाप ग्रह का संज्ञा दी गई है और इनको घर में रखने से इनका नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन पर पड़ सकता है।
वास्तु अनुसार पूजा घर में मृत परिजनों की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए और न ही उनकी तस्वीर की रोज पूजा करनी चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो वास्तु दोष लग सकता है।
घर के पूजा स्थल में शनि देव की मूर्ति भी रखने से बचना चाहिए। क्योंकि शनि देव को घर में स्थापित करना वर्जित बताया गया है। शनि देव को केवल मंदिर में ही स्थापित करना चाहिए।
वास्तु अनुसार घर के लिए छोटा सा शिवलिंग शुभ रहता है। घर में हाथ के अंगूठे के पहले भाग से बड़ा शिवलिंग न रखें। अगर आप बड़ा शिवलिंग रखते हैं, तो वास्तु दोष लग सकता है।
साथ शिवलिंग के साथ ही गणेश जी, देवी पार्वती, कार्तिकेय स्वामी और नंदी की छोटी सी प्रतिमा भी जरूर रखें।
घर के मंदिर में कभी भी काली मां की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि काली मां रौद्र रूप में हैं और रौद्र रूप होने से घर में क्लेश का माहौल रह सकता है।