सद्गुरू कहते हैं कि आप कभी किसी के अंतिम संस्कार में है। वहां पर मृत व्यक्ति किस तरह होता है। एक मृतक के शरीर में किसी भी तरह की हरकत नहीं होती है।
उसके कान में पास जाकर कहें कि मेरे पास 1 बिलियन डॉलर है। लेकिन वह व्यक्ति बिना हलचल के पड़ा रहेगा। इससे उसे कोई मतलब नहीं है।
उसके कान में कहें कि आपके पास सोने का पहाड़ है। फिर भी वह ऐसे ही पड़ा रहेगा।
या फिर आप कहें कि मेरे पास दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला है। इस बात में भी वह इसी अवस्था में पड़ा रहेगा।
मरे हुए व्यक्ति को आपके इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जिसके लिए वह पूरी जिंदगी दौड़ता-भागता रहा। अचानक उसकी हर एक चीज से रुचि हट गई है।
ऐसे में अगर एक बार आपका जीवन निकल जाता है,तो आप जो चीजें पूरी जिंदगी जुटाते हैं। वो अब किसी काम की नहीं रहती है।
सद्गुरू कहते हैं कि ऐसे में सिर्फ आपके पास एक चीज है..वो है जीवन
सद्गुरू कहते कि जीवन की एक ऐसी चीज है जो आपके साथ है। इसके अलावा हर चीज आपके दिमाग में उपजी होती है। सब कल्पनाएं होती है।
कैसे आप अपने जीवन को लेकर चलते हैं। इससे आप क्या बनाते हैं। ये सबसे महत्वपूर्ण चीज है।