Apr 28, 2024
पड़ोसी देश पाकिस्तान में 51 शक्तिपीठों में शामिल एक हिंगलाज मंदिर भी है। ये मंदिर बलूचिस्तान के लसबेला कस्बे में स्थित है।
Source: @Hinglaj Mata Mandir, Balochistan/FB
यहां के किरथर पहाड़ी पर माता सती का सिर है जिसे हिंगलाज नाम से जानते हैं।
हिंगलाज मंदिर का यात्रा अमरनाथ यात्रा से भी कठिन माना जाता है।
रास्ते में 1000 फुट ऊंचे पहाड़, दूर तक फैला सुनसान रेगिस्तान, जंगली जानवर वाले घने जंगल और 300 फीट ऊंचा मड ज्वालामुखी है।
यहां न सिर्फ हिंदू बल्कि मुस्लिम में सिर झुकाते हैं।
इस मंदिर को मुस्लिम 'बीबी नानी पीर', 'नानी मंदिर' और 'नानी का हज' नाम से भी बुलाते हैं।
हिंगलाज माता के दर्शन करने वाले भक्तों तो दो शपथ लेनी पड़ती है। पहली शर्त दर्शन करके वापस लौटने तक सन्यास ग्रहण करने की।
दूसरी शपथ यह होती है कि यात्रा में कोई भी यात्री अपने सहयात्री को अपनी सुराही का पानी नहीं देगा।
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