वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के हर एक हिस्सा बहुत ही जरूरी होता है, जो तरक्की, स्वास्थ्य और खुशहाली का कारक होता है।
ऐसे ही घर का सबसे जरूरी भाग किचन होता है। जो व्यक्ति के स्वास्थ्य से लेकर तरक्की तक पर निर्भर है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में रंग कराते समय कुछ सही पेंट का इस्तेमाल करना चाहिए।
अगर आपने किचन में कुछ गलत रंग के पेंट को करा लिया, तो इससे ऊर्जा, स्वभाव, तरक्की, सेहत पर असर पड़ता है।
आइए जानते हैं किचन में कौन से रंग का पेंट बिल्कुल भी नहीं कराना चाहिए।
किचन कैबिनेट में काफी इस्तेमाल होता है। लेकिन काला रंग अंधकार,नकारात्मकता और ठहराव से जुड़ा है। इससे नकारात्मक ऊर्जा अधिक उत्पन्न होती है।
आमतौर पर लाल रंग जुनून और ऊर्जा से जुड़ा होता है। लेकिन किचन में कराने से स्वभाव में परिवर्तन होता है। इसके साथ ही अधिक खाने की नौबत आ जाती है।
अधिकतर किचन में सफेद रंग किया जाता है। लेकिन ये एक रोगाणुहीन वातावरण बना सकती है, जिसमें गर्मी और सकारात्मकता का अभाव होता है।
यह रंग नीरसता और उत्साह की कमी का प्रतिनिधित्व करता है। ये वातावरण को नीरस बनाता है। इसलिए इस रंग का इस्तेमाल न करें।