नवरात्रि के 9 दिनों तक मां दुर्गा की उपासना की जाती है। इन नौ दिनों में माता के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं नवरात्रि के दिनों में कौन-कौन सी आरती करनी चाहिए।
मान्यता है कि नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से जीवन के सारे दुख दूर होते हैं। इस दौरान व्रत भी रखा जाता है।
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी।।
अंबे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता।।
वहीं, किसी भी पूजा, आराधना, अनुष्ठान व कार्य में कोई विघ्न-बाधा न आए, इसलिए सबसे पहले गणेश जी की पूजा करने की मान्यता है। ऐसे में नवरात्रि के दिनों में भी सबसे पहले गणेश जी की आरती करनी चाहिए।
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।