हिंदू धर्म में नाग पंचमी के त्योहार का बेहद ही खास महत्व है। इस दिन नाग देवता की पूजा कर उनसे जीवन में सुख, शांति और बाधाओं से रक्षा की प्रार्थना की जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नाग देवता पृथ्वी और पाताल लोक के संरक्षक हैं।
ऐसे में आइए जानते हैं नाग पंचमी के दिन क्या करना चाहिए और क्या न करें?
नाग पंचमी के दिन सांप की मिट्टी की मूर्ति या चित्र बनाकर पूजा करते हैं। इसके साथ ही दूध, चंदन, फूल, दूर्वा और अक्षत अर्पित किया जाता है।
इसके साथ ही नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाने और ओम नमः शिवाय या फिर नाम देवताय नमः का जाप करने की मान्यता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन मंत्रों का जाप करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और साथ ही कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिल सकती है।
नाग पंचमी के दिन नागों को सीधे दूध पिलाना वर्जित है। दूध को मूर्ति पर चढ़ाना उचित माना जाता है।
इस दिन खेत जोतना, गड्ढा खोदना, धरती की खुदाई आदि अन्य भूमि कार्य वर्जित माने गए हैं।
नाग पंचमी के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। इस दिन भूलकर भी मांस, मदिरा, प्याज-लहसुन और अन्य तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए।