सनातन धर्म में ज्योतिर्लिंग का दर्शन करने का विशेष महत्व है। खासकर सावन के महीने में इनके दर्शन मात्र से ही महादेव की कृपा मिल सकती है।
पूरे देश में अलग-अलग जगहों पर 12 ज्योतिर्लिंग स्थित हैं और हर किसी का धार्मिक महत्व है। लेकिन इन सबसे शक्तिशाली ज्योतिर्गिंल कौन सा है?
वैसे तो हिंदू धर्म में 12 ज्योतिर्लिंग को शक्तिशाली माना गया है। लेकिन एक ज्योतिर्लिंग को सबसे अधिक पावरफुल बताया जाता है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को सबसे शक्तिशाली ज्योतिर्लिंगों में गिना जाता है। महादेव का ये ज्योतिर्लिंगों मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है।
यहां हर दिन सुबह के वक्त भस्म आरती होती है जो और कहीं नहीं होती है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्वयंभू है जिसका मतलब है कि यह स्वयं प्रकट हुआ है। किसी मानव द्वारा स्थापित नहीं किया गया है।
इसके साथ ही यह एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है, जो इसे अन्य ज्योतिर्लिंगों से अलग बनाता है।
महाकालेश्वर का अर्थ है 'काल का स्वामी', जो इस ज्योतिर्लिंग को समय और मृत्यु पर नियंत्रण रखने वाला दर्शाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में अत्यधिक शक्तिशाली ऊर्जा का वास माना जाता है।
महादेव के 12 ज्योतिर्लिंग में सोमनाथ, नागेश्वर, भीमाशंकर, त्र्यंबकेश्वर, घृष्णेश्वर, बैद्यनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, काशी विश्वनाथ, केदारनाथ, रामेश्वरम और मल्लिकार्जुन शामिल है।