शास्त्रों में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व बताया गया है। वैदिक पंचांग के मुताबिक इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 8 मार्च शुक्रवार को मनाया जाएगा।
यह त्योहार भोलेनाथ को समर्पित है। मान्यता है इस दिन भगवान शिव का प्राकट्य हुआ था।
इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। लेकिन इस दिन कुछ ऐसे कार्य हैं जो नहीं करने चाहिए। वरना भगवान शिव नाराज हो सकते हैं। आइए जानते हैं ये कार्य कौन से हैं…
केतकी और चंपा फूल के फूल को भगवान शिव ने शापित किया था। इसलिए भगवान शिव और शिवलिंग पर भूलकर भी केतकी और चंपा फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। ऐसा करने से सुख- समृद्धि का नाश होता है।
शिव पुराण के मुताबिक भक्तजनों को शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को ग्रहण नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से जीवन में दरिद्रता आती है। आप इस प्रसाद को किसी पशु को खिला सकते हैं।
महाशिवरात्रि के दिन भूलकर भी प्याज, लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव रुष्ट हो सकते हैं। साथ ही इस दिन मदिरा पान भी नहीं करना चाहिए।
ज्योतिष में पूजा के समय काले कपड़े को निषेध बताया गया है। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन काले वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। ऐसा करने से पूजा का फल आपको प्राप्त नहीं होता है।
चावल को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए शिवलिंग पर भूलकर भी टूटे हुए अक्षत नहीं चढ़ाने चाहिए। ऐसा करने से भोलेनाथ नाराज हो सकते हैं।
भोलेनाथ की पूजा में रोली का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि भोलेनाथ की पूजा में रोली वर्जित मानी गई है। रोली की जगह चंदन का प्रयोग कर सकते हैं।