वैदिक ज्योतिष अनुसार रत्न धारण करके किसी भी ग्रह की शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही रत्न धारण करके ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को भी कम किया जा सकता है।
यहां हम बात करने जा रहे हैं पुखराज रत्न के बारे में, जिसका संबंध गुरु ग्रह से माना जाता है।
साथ ही गुरु ग्रह समृद्धि और वृद्धि के कारक माने जाते हैं। आइए जानते हैं पुखराज पहनने के लाभ और इसको धारण करने की विधि…
पुखराज धारण करने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से निजात मिलती है। साथ ही जो लोग ज्योतिष, आध्यात्म या शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, वो लोग पुखराज धारण कर सकते हैं।
मीन राशि के जातकों को पुखराज लकी स्टोन साबित हो सकता है। क्योंकि गुरु ग्रह आपकी राशि के स्वा्मी हैं।
आपकी राशि के स्वामी गुरु बृहस्पति हैं। इसलिए पुखराज आप लोगों को भाग्य रत्न साबित हो सकता है।
तुला लग्न वाले जातक पुखराज पहन सकते हैं, क्योंकि गुरु आपके पंचम भाव के स्वामी होते हैं। इसलिए पुखराज धारण करने से आपकी किस्मत चमक सकती है।
पुखराज सवा 7 से लेकर सवा 8 रत्ती का पहन सकते हैं। साथ ही पुखराज को सोने या चांदी के धातु में जड़वाकर पहन सकते हैं। गुरुवार के दिन अंगूठी को धारण करना चाहिए।
साथ ही पहनने से पहले अंगूठी को गंगा जल या दूध से शुद्ध कर लें। इसके बाद अंगूठी को दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में धारण कर लें।