वैदिक ज्योतिष में प्रमुख 9 रत्नों का वर्णन देखने को मिलता है। ये रत्नों का संबंध किसी न किसी ग्रह से जरूर होता है।
साथ ही ये रत्न उस ग्रह के शुभ प्रभाव बढ़ाने में मदद करते हैं। आपको बता दें कि कुंडली में ग्रह जब कमजोर स्थिति में विराजमान होता है तो रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है।
यहां हम आज बताने जा रहे हैं पन्ना रत्न के बारे में। जिसका संबंध बुद्धि और व्यापार के बुध ग्रह से माना जाता है। आइए जानते हैं पन्ना धारण करने की सही विधि और इसके लाभ…
पन्ना रत्न आप लोगों को भाग्य रत्न सिद्ध हो सकता है। साथ ही पन्ना पहनने से आपके अंदर आत्मविश्वास की वृद्धि हो सकती है। साथ ही वाणी में प्रभाव बढ़ेगा। वहीं काम -कारोबार में तरक्की मिलेगी।
पन्ना धारण करने से आपको अच्छा लाभ हो सकता है। क्योंकि बुध ग्रह आपकी राशि के स्वामी हैं। पन्ना पहनने से धन आगमन के योग बनेंगे। साथ ही वाणी में सुधार आएगा।
आप लोगों के लिए पन्ना रत्न लकी स्टोन साबित हो सकता है। क्योंकि बुध ग्रह आपकी राशि के स्वामी हैं। पन्ना धारण करने से आपको करियर और कारोबार में तरक्की मिल सकती है।
पन्ना को बाजार से कम से कम 7 से सवा 8 रत्ती का खरीदकर लाएं। साथ ही पन्ना चांदी या सोने के धातु में पहना जा सकता है।
वहीं धारण करने से पहने पन्ना को गाय के कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध कर लें। इसके बाद पहन लें।
पन्ना हाथ की सबसे छोटी ऊंगली (कनिष्ठा) में धारण करें। वहीं धारण करने से पहने पन्ना को गाय के कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध कर लें। इसके बाद पहन लें।