कन्या पूजन के दौरान अगर नहीं किया ये एक काम तो अधूरी मानी जाती है पूजा

कन्या पूजन नवरात्रि के दौरान किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जिसमें नौ कन्याओं की पूजा की जाती है। इन कन्याओं को देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों का प्रतीक माना जाता है।

ऐसा माना जाता है कि कन्या पूजन करने से माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार पर माता की कृपा बनी रहती है। नवरात्रि के 8वें और 9वें दिन कन्या पूजन किया जाता है।

कन्या पूजन में 9 कन्याओं के साथ एक बालक को भी जरूर बुलाएं. इस बालक को भैरव का रूप माना जाता है।

कन्या पूजन के दौरान घर पर इन बच्चों को खीर, पूड़ी, काले चने और हलवे का प्रसाद खिलाया जाता है।

लेकिन कन्या पूजन के दौरान भोजन कराने के अलावा आपको एक और काम जरूर करना चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपकी पूजा अधूरी मानी जाएगी।

दरअसल, भोजन के बाद अगर आप कन्याओं को दक्षिणा नहीं देते तो कन्या पूजा पूरी नहीं माना जाती है। आप अपनी क्षमता और इच्छानुसार उन्हें गिफ्ट जरूर दें। दक्षिणा के बिना आप उन्हें विदा न करें।

गिफ्ट में आप उन्हें धार्मिक चीजें दे सकते हैं, जैसे की देवी मां की मूर्तियां, रुद्राक्ष की माला और भगवान से जुड़ी पुस्तक-ग्रंथ या कुछ और सामग्री, फल या मिठाई।

आप उन्हें पेंसिल, ड्राइंग बुक, स्टेशनरी किट, हेयर एक्सेसरीज, खिलौना, ड्रेस, स्टील की थाली या कोई और बर्तन गिफ्ट में दे सकते हैं। आप दक्षिणा के रूप में उन्हें अपनी सामर्थ्य के अनुसार 11, 21 या 51 रुपये भी दे सकते हैं।