हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 24 मई से ज्येष्ठ माह आरंभ हो चुका है, जो 22 जून 2024 को समाप्त होने वाला है।
ज्येष्ठ माह में भगवान हनुमान की पूजा करने के साथ-साथ सूर्य देव की पूजा करने का विधान है।
ज्येष्ठ माह में तुलसी पूजा का भी विशेष महत्व है। आइए जानते हैं ज्येष्ठ माह में तुलसी संबंधी कौन से उपाय करना होगा शुभ
भगवान विष्णु के साथ-साथ हनुमान जी को तुलसी अति प्रिय है। इसलिए इन्हें तुलसी चढ़ाने से हर दुख-दर्द से निजात मिल जाती
ज्येष्ठ माह के दौरान रोजाना शाम के समय तुलसी के पौधे के समक्ष घी का दीपक अवश्य जलाएं। इससे मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती है।
एकादशी छोड़कर नियमित रूप से तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाएं। ऐसा करने से मां तुलसी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
ज्येष्ठ माह के दौरान आटा का दीपक बना लें और उसमें थोड़ी सी हल्दी और 2 लौंग डाल लें। इसके बाद इसमें बाती लगाकर उत्तर दिशा की ओर रखकर जला दें। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
अगर पैसों की तंगी से परेशान है, तो ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले हर मंगलवार के दिन 11 तुलसी की पत्तियों में राम नाम लिखकर माला बना लें और इसे बजरंग को अर्पित कर दें।
मान्यता है कि तुलसी के बिना हनुमान जी का पेट नहीं भरता है। इसलिए हनुमान जी को भोग लगाते समय उसमें तुलसी अवश्य रखें।