'मन को शुद्ध कैसे करें', प्रेमानंद महाराज के 10 विचार जो बदल सकते हैं आपकी जिंदगी

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के भक्त न सिर्फ देश बल्कि दुनिया में भी हैं। उनके आश्रम में क्रिकेटर, एक्टर से लेकर बिजनेसमैन तक प्रवचन सुनने के लिए आते हैं।

यहां प्रेमानंद महाराज के 10 प्रेरणादायक विचार बताए गए हैं जो आपके पूरे जीवन को बदल सकते हैं।

1- सबसे सरल मार्ग

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, भक्ति का मार्ग सबसे सरल है। जो सच्चे हृदय से भगवान की भक्ति करता है, उसे किसी और साधन की आवश्यकता नहीं होती।

2- संतोष ही सच्चा धन है

मनुष्य को बाहरी सुख-संपत्ति के बजाय आत्मसंतोष पर ध्यान देना चाहिए।

3- जीवन का सार क्या है?

प्रेमानंद महाराज के अनुसार ईश्वर का स्मरण ही जीवन का सार है। हर परिस्थिति में भगवान का स्मरण करने वाला व्यक्ति जीवन के हर दुख-सुख को सहजता से स्वीकार करता है।

4- किसका आशीर्वाद अनमोल है?

प्रेमानंद महाराज के मुताबिक सद्गुरु का आशीर्वाद अनमोल है। जीवन में सद्गुरु का मार्गदर्शन प्राप्त होना बहुत बड़ा सौभाग्य है।

5- सच्ची भक्ति क्या है?

सच्ची भक्ति में अहंकार नहीं होता है। प्रेमानंद महाराज के अनुसार जो व्यक्ति अहंकार छोड़कर प्रेमपूर्वक भक्ति करता है, वही भगवान के करीब होता है।

6- संतों का संग

प्रेमानंद महाराज संतों का संग परम कल्याणकारी बताते हैं। उनके अनुसार जो संतों के मार्ग पर चलता है, उसका जीवन स्वयं ही सफल हो जाता है।

7- कर्म में निष्ठा और भक्ति में श्रद्धा जरूरी

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि,हर कार्य को सच्चे मन से करना और भक्ति में पूरी श्रद्धा रखना ही सफलता की कुंजी है।

8- मन को शुद्ध कैसे करें?

प्रेमानंद महाराज के अनुसार ध्यान और प्रार्थना मन को शुद्ध करते हैं। उनके मुताबिक नियमित ध्यान और प्रार्थना करने से मन निर्मल होता है और ईश्वर के प्रति प्रेम बढ़ता है।

9- सच्चा प्रेम

प्रेम केवल पाने का नाम नहीं, बल्कि बिना किसी स्वार्थ के देने का नाम है।

10- भगवान को कैसे पाया जा सकता है?

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, भगवान को केवल प्रेम और विश्वास से पाया जा सकता है। वेद-पुराणों से अधिक महत्वपूर्ण है सच्चे हृदय से भगवान को पुकारना।