अक्सर हम देखते हैं कि दीपक की बाती पूरी तरह से नहीं जल पाती और बीच में ही बुझ जाती है। इससे दीपक का तेल भी व्यर्थ होता है और पूजा या आरती के दौरान बाधा भी आती है।
अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण और इसे सही तरीके से जलाने के कुछ आसान उपाय।
दीपक की बाती पूरी तरह न जलने के पीछे कुछ व्यावहारिक कारण भी हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
यदि बाती बहुत मोटी या बहुत पतली हो, तो वह जल्दी बुझ सकती है।
दीपक में मिलावटी या अशुद्ध तेल डालने से बाती ठीक से नहीं जलती।
यदि आप केवल घी या केवल तेल का उपयोग कर रहे हैं, तो जलने में समस्या आ सकती है।
दीपक में बाती को ठीक से न रखने पर वह पर्याप्त तेल नहीं सोख पाती और बुझ जाती है।
यदि दीपक बहुत ज्यादा हवा वाले स्थान पर रखा है, तो बाती ठीक से जल नहीं पाएगी।
यदि आप चाहते हैं कि पूजा के दौरान दीपक की बाती पूरी तरह जले और कोई बाधा न आए, तो इन उपायों को अपनाएं:
ना बहुत मोटी, ना बहुत पतली। मध्यम मोटाई की बाती सबसे अच्छी रहती है।
यह जलने की प्रक्रिया को सही बनाए रखते हैं।
यदि दीपक जल्दी बुझ जाता है, तो उसमें थोड़ा सा घी मिलाने से जलने की अवधि बढ़ जाएगी।
जलाने से पहले बाती को तेल या घी में अच्छे से भिगो लें ताकि वह पर्याप्त मात्रा में ईंधन सोख सके।
दीपक को ऐसी जगह रखें जहां तेज हवा न हो, ताकि वह लंबी देर तक जलता रहे।
उसे दीपक के किनारे की बजाय थोड़ा बीच में रखें ताकि वह तेल या घी को बेहतर तरीके से सोख सके।
कम तेल होने पर बाती जल्दी जलकर खत्म हो सकती है, इसलिए उचित मात्रा में तेल डालें।