वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर में कुछ बदलाव करके व्यक्ति वास्तु दोष से निजात पा सकता है।
कई बार हम अनजाने में कई ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे घर में दरिद्रता का वास हो जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रखने के लिए इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।
घर का मुख्य द्वार वास्तु दोष रहित होना चाहिए, क्योंकि यहां से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती हैं। ऐसे में लक्ष्मी का आशीर्वाद नहीं मिलता है।
मुख्य द्वार हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए। इसके साथ ही मुख्य द्वार को हमेशा साफ रखें।
पूजा घर वह स्थान है जहां पर हम प्रार्थना करते हैं। इसलिए पूजा घर उत्तर-पूर्व दिशा में बनवाएं और मां लक्ष्मी, गणेश जी की मूर्ति अवश्य रखें।
किचन को घर का दिल कहा जाता है। इसलिए हमेशा इसे साफ रखें। नल से बेकार में पानी नहीं टपकना चाहिए।
उत्तर पूर्व दिशा आपके स्वास्थ्य तरक्की से जुड़ी है। इसलिए इस दिशा में आप शीशा या फिर वाइंड चाइम्स लगा सकते हैं।
घर में वास्तु दोष हैं, तो तरक्की,स्वास्थ्य, आर्थिक, परिवारिक समस्याओं पर असर पड़ता है। इसलिए वास्तु संबंधी उपाय अपनाएं