हिंदू धर्म में चैत्र माह का विशेष महत्व है। इस माह को हिंदू नववर्ष का पहला महीना माना जाता है।
बता दें कि चैत्र माह 26 मार्च से 23 अप्रैल 2024 तक रहेगा। इस दौरान चैत्र नवरात्रि, रामनवमी, शीतला अष्टमी सहित कई बड़े व्रत त्योहार पड़ रहे हैं।
चैत्र माह के दौरान जप-तप और ध्यान करने का विशेष महत्व है। इसके साथ ही कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। वरना मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है।
आइए जानते हैं चैत्र माह के दौरान किन कामों को करने की है मनाही और कौन से काम करना होगा शुभ
चैत्र माह के दौरान तामसिक भोजन यानी मांस-मछली, लहसुन-प्याज आदि का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है।
चैत्र माह के साथ ही गर्मियां होना शुरू हो जाती है। ऐसे में गुड़ का सेवन कम से कम करना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
चैत्र माह के दौरान वाद-विवाद से बिल्कुल दूर रहें। इससे आपके अंदर क्रोध और अहंकार की भावना उत्पन्न होती है।
चैत्र के एक महीने चमड़े से बनी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि चमड़ा जानवरों की खाल से बनता है। इससे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
चैत्र माह को सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इसलिए इस महीने में गलती से भी नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है।
चैत्र माह के दौरान भगवान विष्णु के साथ मां दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों की पूजा करें। इसके साथ ही सूर्यदेव को रोजाना अर्घ्य देने से भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है।