वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। इस साल 10 मई को है।
अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्व काफी अधिक अधिक है। इस दिन भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्तों में से एक माना जाता है। इसलिए इस दिन शुभ और मांगलिक कामों को करने के अलावा खरीदारी की जाती है।
अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी, कुबेर जी की पूजा करने के साथ-साथ इन ज्योतिषीय उपायों को अपनाना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
अक्षय तृतीया के दिन दान देने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन दान देने से सूर्य लोक की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया पर अपने घर के मुख्य द्वार में आम के पत्ते या फिर अशोक के पत्ते का तोरण अवश्य लगाएं। इससे जीवन में सुख-वैभव आता है।
अक्षय तृतीया के दिन तुलसी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है। इस दिन तुलसी का पौधा लगाने के साथ पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया के दिन जल कलश, खड़ाऊ, छाता, सत्ती, ककड़ी, खरबूज, फल, शक्कर आदि का दान ब्राह्मणों को करें। इससे पितर प्रसन्न होते हैं।
अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी को हल्दी और केसर अर्पित करें। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।