May 07, 2024
हर साल वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों में अक्षय तृतीया के दिन को बहुत शुभ माना जाता है। इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार 10 मई, शुक्रवार को मनाया जाएगा।
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इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में उन्नति मिलती है। माता लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि माता लक्ष्मी के 8 अवतार हैं? उनके हर एक स्वरूप का अपना महत्व है।
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भागवत पुराण के अनुसार आदि लक्ष्मी, जिन्हें महालक्ष्मी भी कहा जाता है, ने तीनों देवताओं ब्रह्मा, विष्णु और महेश को प्रकट किया है। आदि लक्ष्मी प्राणियों को जीवन प्रदान करती हैं। महालक्ष्मी हीं भगवान श्री हरि विष्णु की पत्नी हैं।
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धन लक्ष्मी को देवी लक्ष्मी का दूसरा रूप कहा जाता है। इन्हें ही धन की देवी कहा जाता है। इनके पास धन से भरा कलश मौजूद है। उनके एक हाथ में कमल है। इनकी पूजा करने से आर्थिक परेशानियों और कर्ज से मुक्ति मिलती है।
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धान्य लक्ष्मी को मां अन्नपूर्णा का अवतार माना जाता है। जिस घर में धान्य लक्ष्मी की पूजा की जाती है, उस घर में धन-धान्य का भंडार रहता है। देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है कि कभी भी अन्न की बर्बादी न करें।
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गज लक्ष्मी कमल के फूल के ऊपर बैठी माता लक्ष्मी का रूप है, जिनके दोनों तरफ हाथी सूंड में जल भरकर जलाभिषेक कर रहे होते हैं। उन्हें कृषि और उर्वरता की देवी भी कहा गया है। जो लोग कृषि क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें देवी मां के इस स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
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संतान लक्ष्मी को स्कंदमाता के नाम से भी जाना जाता है। वह अपनी गोद में बाल रूप में कुमार स्कंद को लेकर बैठी हैं। यह देवी लक्ष्मी का वह रूप है जो बच्चों और भक्तों को लंबी उम्र प्रदान करती है। इनकी कृपा से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
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वीरा लक्ष्मी, जिन्हें धैर्या लक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता है, की वीरों और सहसी लोगों द्वारा की जाती है। इनकी पूजा करने से भक्तों की अकाल मृत्यु नहीं होती। उन्हें मां कात्यायनी का अवतार भी माना जाता है, जिन्होंने महिषासुर का वध किया था।
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माता लक्ष्मी के रूप विजया लक्ष्मी को जया लक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता है। इनकी पूजा करने से भक्त हर क्षेत्र में विजयी होता है। विजय लक्ष्मी हर परेशानी में विजय दिलाती है और निर्भयता प्रदान करती है।
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माता लक्ष्मी का यह रूप देवी ब्रह्मचारिणी से मिलता-जुलता है। माता विद्या लक्ष्मी हमें ज्ञान, कला और विज्ञान की शिक्षा प्रदान करती हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
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अक्षय तृतीया पर कर लें ये उपाय, मां लक्ष्मी हो जाएंगी प्रसन्न