हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया के पर्व का विशेष महत्व होता है। वैदिक पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया का पर्व हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल अक्षय तृतीया का पावन त्योहार 10 मई को है।
अक्षय तृतीया का दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए बहुत अहम होता है। इस दिन उनकी पूजा करने, कुछ नियमों का पालन करने, शुभ कार्य करने और शुभ वस्तुएं खरीदने से अपार सुख-समृद्धि मिलती है।
मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ और लाभकारी होता है। लेकिन इसके साथ ही अक्षय तृतीया के दिन कुछ वस्तुओं को घर से बाहर कर देना भी बेहद शुभ माना जाता है। चलिए जानते हैं घर में कौन सी अशुभ चीजें हो सकती हैं जो देवी लक्ष्मी को पसंद नहीं हैं।
अगर आपके घर में झाड़ू टूट गई है तो उसे अक्षय तृतीया से पहले हटा दें। झाड़ू का संबंध मां लक्ष्मी से माना जाता है। टूटी हुई झाड़ू से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में दरिद्रता आ सकती है।
ऐसा माना जाता है कि घर में पुराने, गंदे और फटे जूते-चप्पल रखने से दरिद्रता आती है। ऐसे में अक्षय तृतीया के दिन ऐसे जूते-चप्पलों को घर से बाहर निकाल देना चाहिए।
अक्षय तृतीया से पहले घर से टूटे-फूटे बर्तन हटा दें। टूटे हुए बर्तन घर में नकारात्मकता लाते हैं। इससे परिवार में अशांति फैलती है और जहां शांति नहीं होती वहां देवी लक्ष्मी का वास नहीं होता।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, घर की साफ-सफाई से मां लक्ष्मी आकर्षित होती है। ऐसे में घर में झूठे बर्तन, गंदे-बिना धुले कपड़े न रखें। इससे देवी मां रुष्ट हो जाती हैं।
खंडित मूर्तियां वास्तु दोष को जन्म देते हैं। इसलिए, अक्षय तृतीया से पहले खंडित तस्वीर और मूर्तियों को तुरंत घर से हटा देना चाहिए।
घर में जो पौधे सूख गए हों उन्हें जमीन के अंदर दबा दें या बहते पानी में बहा दें। सूखे पौधे घर में वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं।