आचार्य चाणक्य एक कुशल राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री थे। वहीं उन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की थी। जिसमें उन्होंने लोगों को खुशहाल, सफल जिंदगी जीने के तरीके बताएं हैं।
वहीं आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में धन, विद्या, पति-पत्नी और करियर लगभग सभी विषयों पर गहराई से चर्चा की है।
यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि जो व्यक्ति इन लोगों को परेशान करते हैं, उनसे मां लक्ष्मी रूठकर चली जाती हैं। आइए जानते हैं ये लोग कौन से हैं…
चाणक्य जी के अनुसार जो लोग परिश्रम करने वाले लोगों का सम्मान नहीं करते हैं, उन पर कभी भी मां लक्ष्मी प्रसन्न नहीं होती।
इसलिए धन आने पर भी घंमड नहीं करना चाहिए। साथ ही परिश्रमी लोगों की इज्जत करनी चाहिए।
कुछ लोग अपने अहंकार में अपने से कमजोर व्यक्ति को सताते हैं। लेकिन आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिन लोगों के पास पद और प्रतिष्ठा होती है, उन्हें कभी भी अपने से कमजोर लोगों और गरीबों को सताना नहीं चाहिए।
ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। साथ ही जीवन में दरिद्री छा जाती हैं।
बच्चों को नहीं सताना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से ना केवल मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं बल्कि घर में दरिद्रता आ जाती है।
आचार्य चाणक्य अनुसार लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं। उनके जीवन में दरिद्री छा जाती है और मां लक्ष्मी रूठ तक चली जाती हैं। क्योंकि हिन्दू धर्म में स्त्री को देवी का स्वरूप माना जाता है।