निधि तिवारी का UPSC से PMO तक का सफर, बनीं प्रधानमंत्री मोदी की नई प्राइवेट सेक्रेटरी

केंद्र सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि भारतीय विदेश सेवा (IFS) की अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव (Private Secretary) नियुक्त किया गया है।

निधि तिवारी की नियुक्ति

निधि तिवारी को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव से पदोन्नत कर निजी सचिव बनाया गया है। यह नियुक्ति कार्मिक मंत्रालय के आदेश के अनुसार, स्तर-12 वेतन मैट्रिक्स में तत्काल प्रभाव से की गई है।

उनका कार्यकाल सरकार के मौजूदा कार्यकाल के साथ सह-समाप्ति (co-terminus) होगा या अगले आदेश तक जारी रहेगा।

निधि तिवारी कौन हैं?

निधि तिवारी उत्तर प्रदेश के वाराणसी के महमूरगंज क्षेत्र की रहने वाली हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है।

उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2013 में 96वीं रैंक हासिल कर भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश किया। UPSC परीक्षा पास करने से पहले, वे वाराणसी में वाणिज्यिक कर विभाग में सहायक आयुक्त के रूप में कार्यरत थीं।

विदेश सेवा में योगदान

2014 बैच की IFS अधिकारी निधि तिवारी ने विदेश मंत्रालय में अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों (Disarmament and International Security Affairs Division) में कार्य किया।

उनकी विशेषज्ञता अंतरराष्ट्रीय संबंधों में रही है, जिससे उन्हें पीएमओ में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभालने का अवसर मिला।

प्रधानमंत्री कार्यालय में भूमिका

निधि तिवारी 6 जनवरी 2023 से पीएमओ में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। इससे पहले, 2022 में उन्हें पीएमओ में अंडर सेक्रेटरी के रूप में नियुक्त किया गया था।

पीएमओ में उन्होंने 'विदेश और सुरक्षा' खंड में कार्य किया और सीधे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को रिपोर्ट करती थीं।

निधि तिवारी 6 जनवरी 2023 से पीएमओ में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। इससे पहले, 2022 में उन्हें पीएमओ में अंडर सेक्रेटरी के रूप में नियुक्त किया गया था।