बिखरा सामान, चीखते-भागते लोग, जानें महाकुंभ में कैसे मची भगदड़?

बुधवार को महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान से पहले संगम पर भगदड़ मच गई जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।

मौनी अमावस्या के अवसर पर दूसरे ‘अमृत स्नान’ के लिए संगम पर काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान का विशेष महत्व होता है। ऐसे में इस मौके पर देश के कोने-कोने से लोग प्रयागराज पहुंच रहे थे।

भीड़ इतनी थी कि मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। इसमें कई लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं।

इस भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है।

कैचे मची भगदड़

संगम पर मौनी अमावस्या के स्नान को लेकर अचानक भीड़ बढ़ने लगी। लोग मुख्य संगम पर रही स्नान करने की जिद करने लगे।

इसी दौरान भीड़ के दबाव के कारण अचानक मेले में भगदड़ मच गई।

भगदड़ में घायलों को एंबुलेंस की मदद से महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

भगदड़ के बाद प्रयागराज जंक्शन, सिविल लाइन के साथ अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान का विशेष महत्व होता है। ऐसे में इस मौके पर देश के कोने-कोने से लोग प्रयागराज पहुंच रहे थे।

बता दें कि, महाकुंभ में स्नान के लिए 45 घाट बनाए गए हैं। लेकिन लोग मुख्य संगम पर ही स्नान करने की जिद करने लगे जिससे भीड़ एक दूसरे को धक्का देते हुए आगे बढ़ने लगी।