दिमाग मानव शरीर का सबसे रहस्यमयी और शक्तिशाली अंग माना जाता है। यह न सिर्फ हमारे सोचने, समझने और महसूस करने की क्षमता को नियंत्रित करता है, बल्कि कई ऐसे चौंकाने वाले तथ्य भी इसमें छिपे हैं जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए जानते हैं दिमाग से जुड़े ऐसे ही 10 रोचक और अजीबोगरीब फैक्ट्स के बारे में—
जी हां, लगभग तीन-चौथाई हिस्सा पानी से बना होता है। ऐसे में शरीर में 2% भी डिहाइड्रेशन हो जाए तो दिमाग की कार्यक्षमता पर असर पड़ सकता है। ध्यान की कमी, याददाश्त में गिरावट और थकान महसूस हो सकती है।
दिमाग में दर्द महसूस नहीं होता, बल्कि सिरदर्द न्यूरोलॉजिकल और मांसपेशीय बदलावों के कारण होता है। सेरोटोनिन और एस्ट्रोजन जैसे केमिकल्स का स्तर घटने-बढ़ने से सिरदर्द या माइग्रेन हो सकता है।
सपनों में दिमाग की इमोशनल प्रोसेसिंग चलती रहती है। हमारी नींद के दौरान लिम्बिक सिस्टम सक्रिय रहता है, खासकर अमिगडाला, जो डर और भावना से जुड़ा होता है। एक व्यक्ति हर रात औसतन 4-7 सपने देखता है।
दिमाग में पेन रिसेप्टर्स नहीं होते। यही कारण है कि ब्रेन सर्जरी के दौरान दिमाग में दर्द नहीं होता। हालांकि, खोपड़ी और आसपास की परतों में दर्द महसूस हो सकता है।
जन्म के बाद एक साल के अंदर दिमाग तीन गुना हो जाता है और दो साल की उम्र तक 80% विकसित हो जाता है। 18 साल तक यह बढ़ता रहता है और 25 साल की उम्र तक पूरी तरह परिपक्व हो जाता है।
40 की उम्र के बाद दिमाग धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है, लेकिन इसका आकार बुद्धिमत्ता को प्रभावित नहीं करता। यह शरीर का एकमात्र ऐसा अंग है जो इतने लंबे समय तक विकसित होता है।
अस्थायी रूप से शराब से बोलने में लड़खड़ाहट, दिखने में धुंधलापन और संतुलन की कमी हो सकती है। लेकिन लंबे समय तक सेवन से दिमाग की याददाश्त और सोचने की क्षमता पर स्थायी असर पड़ सकता है।
एक सामान्य इंसान रोजाना करीब 12,000 से 60,000 विचार करता है, जिनमें से 95% विचार दोहराए हुए होते हैं और लगभग 80% नकारात्मक होते हैं। यह दर्शाता है कि दिमाग एक ‘रैंडम थॉट जेनरेटर’ है।
दिमाग का ‘ऑक्सिपिटल लोब’ जो विजन कंट्रोल करता है, वह सिर के पीछे होता है। इसलिए सिर के पीछे चोट लगने पर 'सितारे दिखना' आम बात है।
जागते समय हमारा दिमाग 12 से 25 वॉट तक बिजली पैदा करता है, जो एक छोटे बल्ब को जलाने के लिए काफी है। दरअसल, हमारा दिमाग काफी तेजी से काम करता है। हाथों औरर पैरों से आपके दिमाग तक जाने वाली सूचना 150-260 मील प्रति घंटे की गति से यात्रा करती है। दिमाग इस मात्रा में ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए शरीर से ग्लूकोज का उपभोग करता है।