चीन में इस वक्त HMPV वायरस जमकर कोहराम मचा रहा है। इसका असर भारत में भी देखने को मिल रहा है। यहां 2 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं।
independent.co.uk वेबसाइट के अनुसार उत्तरी चीन के इलाकों में लाखों की संख्या में इससे संक्रमित मरीज पाए गए हैं।
चीन के अस्पतालों में HMPV वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आइए जानते हैं HMPV का पहला केस कब मिला था और इसके लक्षण और फुल फॉर्म क्या है?
HMPV वायरस का फुल फॉर्म ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (Human Metapneumovirus) है।
HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस का खतरा बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वालों को ज्यादा रहता है।
independent.co.uk वेबसाइट के अनुसार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस श्वसन संबंधी संक्रमण की वजह से बनता है जिसका लक्षण सामान्य रूप से जुकाम जैसा होता है।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कोई नया वायरस नहीं है। पहली बार इसकी पहचान 23 साल पहले 2001 में हुई थी। हालांकि, वैज्ञानिकों का ये भी मानना है कि ये वायरस करीब 1958 में ही फैल चुका था। इसके बाद भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
HMPV वायरस की चपेट में आने पर खांसी, बुखार, जुकाम, गले में खराश, घबराहट और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण नजर आते हैं।