अगर आपका बीपी हाई हो रहा है, तो इसे कंट्रोल करने के लिए आप चुकंदर का जूस पी सकते हैं। इसमें मौजूद नाइट्रेट शरीर में रक्त के संचार को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। ऐसे में चुकंदर का जूस पीने के 30 मिनट के भीतर ही ब्लडप्रेशर में गिरावट आ सकती है।
पपीते की तासीर गर्म होती है, जबकि दही की तासीर ठंडी होती है। ऐसे में इन्हें एक साथ खाने से सर्दी, खांसी और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स हाई बीपी के मरीजों को अपनी डाइट में पालक, गोभी, केल, सौंफ और लेट्यूस जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करने की सलाह देते हैं। इनसे भी हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
नारियल पानी पोटैशियम और इलेक्ट्रोलाइट का बेहतरीन स्रोत होता है। पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होने से शरीर में सोडियम का असर कम करने में मदद मिलती हैं, जिससे बीपी कंट्रोल रहता है। ऐसे में बीपी बढ़ने पर आप नारियल पानी पी सकते हैं।
लहसुन प्राकृतिक तरीके से लार और गैस्ट्रिक रस के उत्पादन को बढ़ाता है। ऐसे में सोने से पहले लहसुन का सेवन भी एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को बढ़ाकर आपको असुविधा का एहसास करा सकता है, जिससे भी नींद में खलल पड़ती है। ऐसे में सोने से पहले लहसुन के सेवन से भी बचें।
गाजर का सेवन भी हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। गाजर में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो बीपी को कंट्रोल में रखता है।
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए व्हीटग्रास जूस पीना भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम और पोटैशियम ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
हालांकि, अगर इन तमाम चीजों के सेवन के बाद भी बीपी कंट्रोल नहीं हो रहा है या ब्लड प्रेशर बहुत अधिक हाई है, तो बिना समय गवाए डॉक्टर से जांच कराएं।