कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 88 साल की उम्र में निधन हो गया है। आज सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर पोप ने अंतिम सांस ली।
फ्रांसिस का जन्म 17 दिसंबर 1936 को ब्यूनस आयर्स में जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो के रूप में हुआ था।
पोप फ्रांसिस के माता-पिता मारियो और रेजिना सिवोरी थे। वह इटली में प्रवासी थे और रेलवे में एकाउंटेंट के रूप में काम करते थे।
फ्रांसिस की माता रेजिना सिवोरी एक गृहिणी थीं, लेकिन उन्होंने एक बार छोटी उम्र में एक फैक्ट्री में काम भी किया था।
पोप फ्रांसिस के परिवार में अल्बर्टो होरासियो, ऑस्कर एड्रियन, मार्टा रेजिना और मारिया एलेना चार भाई-बहन थे।
पोप बनने से पहले उन्होंने ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप के रूप में काम किया। वे इतालवी मूल के हैं लेकिन उन्होंने अपना ज्यादातर जीवन अर्जेंटीना में बिताया है।
13 मार्च 2013 को वे 266वें पोप के रूप में चुने गए। असीसी के सेंट फ्रांसिस के सम्मान में फ्रांसिस नाम अपनाया।
फ्रांसिस अपनी विनम्र जीवनशैली के लिए जाने जाते थे और उन्होंने पोप के महल के बजाय गेस्टहाउस में रहने का फैसला किया।
पोप फ्रांसिस ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए गहरा भाव दिखाया था। उन्होंने करुणा, दया और ज्यादा समावेशी चर्च बनाने की उन्होंने वकालत की।