इस स्थिति में शिशु बहुत असहज महसूस करता है और रोने लगता है। वहीं, अगर शिशु को लगातार गैस की समस्या हो रही हो, तो इसके चलते वह चिड़चिड़ा भी हो सकता है। ऐसे में मां के लिए भी बच्चे को संभालना मुश्किल हो जाता है।
बता दें कि शिशुओं में गैस की समस्या होने के दो अहम कारण हो सकते हैं। पहला दूध पीने के बाद डकार नहीं ले पाना और दूसरा फॉर्मूला मिल्क न पचना।
यहां हम आपको 4 आसान तरीके बता रहे हैं, जो दूध पीने के बाद शिशु को डकार लाने और पाचन को सही करने में मदद कर सकते हैं।
दूध पिलाने के बाद बच्चे को करीब 2 मिनट के लिए गोद में उठाएं और शिशु का मुंह अपने कंधे से लगाकर रखें। इस दौरान आप बैठे नहीं और मासूम का सिर ऊंचा ही रखने की कोशिश करें। ऐसा करने पर थोड़ी ही देर में शिशु को डकार आ जाएगी।
अगर गैस की परेशानी बढ़े, तो मासूम को गोद में उठाकर हल्के हाथों से उसकी पीठ की मसाज करें। अगर बच्चा ज्यादा छोटा नहीं है, तो आप उसे पेट के बल लिटाकर भी पीठ की मसाज कर सकते हैं।
बच्चे को कमर के बल लिटाएं और उसके घुटने मोड़ते हुए साइकिल चलवाएं। इस दौरान आपको ज्यादा बल नहीं लगाना है। ऐसा करने पर भी गैस की परेशानी दूर हो सकती है।
इन सब के अलावा बच्चे की नाभि से ऊपर बेहद हल्के हाथों से I, L और Y बनाते हुए मसाज करें। ये तरीका आपको 6 महीने से अधिक उम्र के बच्चों के साथ आजमाना है।