Jun 18, 2025

ब्लड शुगर घटाने में कौन है ज्यादा असरदार – स्क्वाट्स या वॉकिंग?

Archana Keshri

ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा को नियंत्रित करना सिर्फ डाइट पर निर्भर नहीं करता, बल्कि आपकी फिजिकल एक्टिविटी भी इसमें बड़ी भूमिका निभाती है। अक्सर लोग सोचते हैं कि वॉकिंग ही सबसे आसान और असरदार तरीका है।

लेकिन हाल के अध्ययनों और फिटनेस एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्क्वाट्स जैसे छोटे-छोटे लेकिन प्रभावी व्यायाम भी ब्लड शुगर मैनेजमेंट में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।

लंबे समय तक बैठने से पड़ता है असर

आजकल की लाइफस्टाइल में घंटों बैठकर काम करना आम बात है। ऐसे में हर 45 मिनट में सिर्फ 10 स्क्वाट्स करना भी आपके शरीर की एक्टिविटी को बढ़ा सकता है। यह न केवल मांसपेशियों को सक्रिय करता है बल्कि खराब पॉस्चर को भी सुधारता है।

स्क्वाट्स: ग्लूकोज कंट्रोल के लिए प्रभावी

स्क्वाट्स करते समय शरीर के बड़े मसल ग्रुप्स—जैसे जांघ और हिप्स—सक्रिय होते हैं। ये मसल्स शरीर की ग्लूकोज प्रोसेसिंग में अहम भूमिका निभाते हैं। यानी स्क्वाट्स ब्लड शुगर को कम करने में कारगर हो सकते हैं।

वॉकिंग भी जरूरी है

हालांकि स्क्वाट्स फायदेमंद हैं, लेकिन 30 मिनट की रेगुलर वॉकिंग भी हार्ट हेल्थ, ब्लड सर्कुलेशन और मेटाबोलिज्म के लिए बहुत जरूरी है। अगर आप वॉकिंग और स्क्वाट्स दोनों को मिलाकर करें, तो इसका डबल फायदा मिल सकता है।

किसे चुनें – वॉकिंग या स्क्वाट्स?

यह पूरी तरह से आपकी उम्र, फिटनेस लेवल, मेडिकल कंडीशन्स और लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है। किसी के लिए स्क्वाट्स ज्यादा फायदेमंद हो सकते हैं, तो किसी के लिए वॉकिंग। जरूरी बात ये है कि आप लगातार और नियमित रूप से एक्टिव रहें।

एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी

अगर आपको डायबिटीज है या कोई हेल्थ कंडीशन है, तो कोई भी नई एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह जरूर लें। खासतौर पर स्क्वाट्स जैसे वेट-बेयरिंग व्यायामों के लिए सही तरीका और गाइडेंस बेहद जरूरी होता है।

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